International Yoga Day 2025: महिलाओं के लिए फिटनेस का पावर-पैक डोज हैं ये 5 योगासन
21 जून शनिवार को International Yoga Day मनाया जाता है. ये दिन हमें याद दिलाता है कि योग की हमारे जीवन में क्या महत्ता है. इस मौके पर जानिए ऐसे 5 योगासनों के बारे में जिसे हर महिला को करना चाहिए.
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आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में महिलाएं घर और ऑफिस की दोहरी जिम्मेदारियां निभाते हुए अक्सर अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देती हैं. दोहरी लाइफ का मैनेजमेंट तनाव बढ़ाता है, साथ ही अनियमित जीवनशैली, गलत खानपान का असर सेहत पर पड़ता है. इसके कारण हार्मोनल असंतुलन, कमर दर्द, PCOD/PCOS जैसी समस्याएं महिलाओं में आम होती जा रही हैं. इन स्थितियों से बचाव के लिए योग बहुत जरूरी है. योग सिर्फ एक व्यायाम नहीं है, बल्कि एक ऐसा समग्र विज्ञान है जो शरीर और मन, दोनों को स्वस्थ रखता है.
हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है. ये दिन हमें याद दिलाता है कि योग हमारे जीवन के लिए कितना जरूरी है. कैसे हम योग के जरिए खुद को स्वस्थ रख सकते हैं. यहां जानिए 5 ऐसे योगासनों के बारे में जो हर महिला के जीवन में शामिल होने चाहिए.
1. भुजंगासन (Cobra Pose) – कमर दर्द और तनाव से मुक्ति
दिनभर कुर्सी पर बैठकर काम करने से होने वाले कमर और गर्दन के दर्द के लिए भुजंगासन एक अचूक उपाय है.
कैसे करें
- पेट के बल लेट जाएं, पैरों को सीधा रखें.
- हथेलियों को कंधों के नीचे जमीन पर रखें.
- सांस भरते हुए धीरे-धीरे अपने सीने और सिर को ऊपर उठाएं.
- नाभि तक का हिस्सा ही ऊपर उठाना है, पेट जमीन पर ही रहेगा.
- कुछ सेकंड इसी स्थिति में रुकें और फिर सांस छोड़ते हुए वापस आएं.
फायदे
- रीढ़ की हड्डी को लचीला और मजबूत बनाता है.
- पेट की मांसपेशियों को टोन करता है और पाचन सुधारता है.
- फेफड़ों की क्षमता बढ़ाता है और अस्थमा में राहत देता है.
- महिलाओं में हार्मोनल संतुलन और प्रजनन प्रणाली के लिए फायदेमंद है.
2. तितली आसन (Butterfly Pose) – PCOD/PCOS और पीरियड्स के दर्द का इलाज
ये आसन विशेष रूप से महिलाओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. ये पेल्विक एरिया (पेट के निचले हिस्से) में रक्त संचार को बेहतर बनाता है.
कैसे करें
- जमीन पर बैठ जाएं, रीढ़ की हड्डी सीधी रखें.
- दोनों पैरों के तलवों को आपस में मिलाएं और एड़ियों को शरीर के करीब लाएं.
- अपने हाथों से पैरों के पंजों को पकड़ लें.
- अब तितली के पंखों की तरह अपने घुटनों को ऊपर-नीचे हिलाएं.
फायदे
- PCOD/PCOS की समस्या में बेहद कारगर है.
- मासिक धर्म (Periods) के दौरान होने वाले दर्द और ऐंठन से राहत देता है.
- जांघों और कूल्हों की मांसपेशियों को लचीला बनाता है.
- गर्भवती महिलाओं के लिए डिलीवरी को आसान बनाने में मदद करता है.
3. सेतुबंधासन (Bridge Pose) – थायरॉइड और मजबूत पीठ के लिए
ये आसन पीठ के निचले हिस्से, हैमस्ट्रिंग और ग्लूट्स को मजबूत करता है, साथ ही थायरॉइड ग्रंथि को भी उत्तेजित करता है.
कैसे करें
- पीठ के बल लेट जाएं और घुटनों को मोड़ लें. पैरों के बीच थोड़ी दूरी रखें.
- हाथों को शरीर के बगल में सीधा रखें.
- सांस लेते हुए धीरे-धीरे अपनी कमर और कूल्हों को ऊपर उठाएं.
- अपनी छाती को ठुड्डी से छूने की कोशिश करें.
- कुछ देर रुकें और फिर सांस छोड़ते हुए नीचे आएं.
फायदे
- थायरॉइड की समस्या को नियंत्रित करने में मदद करता है.
- तनाव, चिंता और हल्के डिप्रेशन को दूर करता है.
- पाचन अंगों की मालिश करता है और मेटाबॉलिज्म सुधारता है.
- पीठ और गर्दन के दर्द से राहत दिलाता है.
4. पवनमुक्तासन (Wind-Relieving Pose) – पेट की हर समस्या का हल
जैसा कि नाम से ही जाहिर है, यह आसन पेट में फंसी गैस, ब्लोटिंग, एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाता है.
कैसे करें
- पीठ के बल लेट जाएं.
- सांस छोड़ते हुए अपने दोनों घुटनों को छाती की ओर लाएं और हाथों से कसकर पकड़ लें.
- कोशिश करें कि आपकी ठुड्डी घुटनों को छुए.
- इस स्थिति में गहरी सांस लें और कुछ सेकंड रुकें.
फायदे
- पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और पेट की चर्बी कम करने में सहायक है.
- पेट के आंतरिक अंगों की मालिश करता है.
- पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियों को आराम देता है.
5. मर्कटासन (Spinal Twist Pose) – रीढ़ की हड्डी के लिए संजीवनी
यह आसन रीढ़ की हड्डी को एक आरामदायक खिंचाव देता है, जिससे दिनभर की थकान और अकड़न दूर हो जाती है.
कैसे करें
- पीठ के बल लेट जाएं, हाथों को कंधों की सीध में फैला लें.
- घुटनों को मोड़कर पैरों को पास लाएं.
- सांस छोड़ते हुए दोनों घुटनों को दाईं ओर झुकाएं और गर्दन को बाईं ओर घुमाएं.
- कुछ देर रुककर सांस लेते हुए बीच में आएं और फिर दूसरी तरफ दोहराएं.
फायदे
- रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है और स्लिप डिस्क के दर्द में आराम देता है.
- पेट के अंगों को सक्रिय करता है और गर्भाशय से जुड़ी समस्याओं में लाभकारी है.
- दिमाग को शांत करता है और नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है.